शेखपुरा के गांव-समाज के समग्र विकास को लेकर अपनी आकांक्षाएं रख रही महिलाएं।महिला संवाद के 19वें दिन शेखपुरा जिले के चार प्रखंडों में दोनों पालियों में जागरूकता रथ के माध्यम से महिला सशक्तिकरण की योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया गया। जहां एक ओर महिलाएं एलईडी स्क्रीन युक्त वाहनों में प्रदर्शित फिल्मों एवं वितरित किए जा रहे लीफलेट के माध्यम से योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर रही हैं, वहीं गांव-समाज के समग्र विकास को लेकर अपनी आकांक्षाओं को भी सरकार के समक्ष पूरे मजबूती के साथ रख रही हैं।अरियरी प्रखंड के वरुणा पंचायत अंतर्गत चक अवगिल गाँव की महिलाओं ने राशन कार्ड से अन्य अनाजों की उपलब्धता कराने की मांग रखी हैं। ग्रामीण गरीब परिवार जिनके पास खेतिहर भूमि नहीं है और उन्हें बाज़ार से अनाज खरीद कर खाना पड़ता है, उन्हें राशन कार्ड से अभी मिल रहे
अनाज के अलावा अन्य अनाज भी मिलना चाहिए।
संवाद में आयी गाँव की जुली देवी ने रिश्वतखोरी को खत्म करने की गुहार लगायी हैं। महिलाओं ने मनरेगा से मिलने वाले मजदूरी को बढ़ा कर 700 रुपये तक करने की मांग की है ।जीविका की राज्य इकाई से इस संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लेने आयी परियोजना प्रबंधक (मानव संसाधन) अनुमेहा स्वरुप ने महिलाओं को इस संवाद रथ के माध्यम से दिखाए जा रहे योजनाओं की जानकारी लेने की बात कही और अपने गाँव को बेहतर बनाने के लिये अच्छी-अच्छी आकांक्षाओं को रखने की बात कही। उन्होंने कहा कि, “हर घर नल का जल और नाले का निर्माण सरकार धीरे-धीरे समय से पूरा कर देगी परंतु इस संवाद के माध्यम से आप सभी महिलाएं गाँव और समाज में ऐसा क्या बड़ा बदलाव लाना चाहती हैं उस पर विचार करें
और उसे सरकार से मांगने का प्रस्ताव रखें। क्यूंकि महिला जिस प्रकार से घर को संजो कर रखती हैं और घर की पूरी व्यवस्था को संभालती है, इसलिए महिलाओं के साथ संवाद कर सरकार विकास की दिशा में आगे योजना बनाएगी और कदम बढ़ाएगी।”इस संवाद कार्यक्रम में जीविका के जिला
परियोजना प्रबंधक एवं जिला स्तरीय परियोजना कर्मियों के साथ-साथ प्रखण्ड कर्मी भी उपस्थित थे।बरबीघा प्रखंड के कुठौत एवं पिंजरी, चेवाड़ा प्रखंड के सियानी एवं लहना और सदर प्रखंड के कारे एवं पैन में भी महिला संवाद का कार्यक्रम आयोजित किया गया। आज पूरे जिले में 8 संवाद आयोजित किया गया जहां 1600 से ज्यादा महिलाओं ने भाग लिया।