**हुल दिवस पर चकाई में तेजस्वी यादव ने किया सिदो-कान्हू प्रतिमा का अनावरण, आदिवासी वीरों को किया नमन**
**जमुई रिपोर्ट्स संजय कुमार सिन्हा |
चकाई 30 जून: हुल दिवस के अवसर पर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव आज जमुई जिले के चकाई प्रखंड पहुंचे, जहां राष्ट्रीय आदिवासी एकता परिषद द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने सिदो-कान्हू की प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ आदिवासी समाज के संघर्ष को नमन करते हुए सिदो-कान्हू, चांद-भैरव, फूलो-झानो समेत हज़ारों आदिवासी वीर-वीरांगनाओं की वीरता और बलिदान को याद किया।
कार्यक्रम में स्थानीय लोगों से संवाद करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा,
> “हमारे आदरणीय पिता श्री लालू प्रसाद यादव ने आदिवासी समाज के अमर शहीदों के अदम्य साहस और अद्भुत पराक्रम को सम्मान देने के लिए दुमका में सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय की स्थापना की थी। साथ ही, उनकी स्मृति को सहेजने के लिए कई स्थानों पर उनकी प्रतिमाएं भी स्थापित की गईं।”
तेजस्वी यादव ने यह भी आश्वासन दिया कि उनकी सरकार बनने पर हुल दिवस के अवसर पर जमुई में राजकीय मेले का आयोजन किया जाएगा, ताकि आने वाली पीढ़ियां इस गौरवशाली इतिहास से प्रेरणा ले सकें।
इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग, आदिवासी समाज के प्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी हुईं, जिसमें आदिवासी समाज की परंपरा और वीरता की झलक दिखी।
**हुल दिवस** झारखंड और बिहार के आदिवासी समाज के लिए एक गौरवमयी दिवस है, जब 1855 में सिदो और कान्हू मुर्मू ने ब्रिटिश हुकूमत के अत्याचार के खिलाफ ऐतिहासिक संथाल विद्रोह का बिगुल फूंका था।